क्यूँ ये डर मेरे अन्दर मौजूद है ?
क्यूँ इसका अब भी मुझमे वजूद है ?
काश की कोई इसे भी अपने साथ ले जाती ,
तो कम से कम ये डर मुझे इतना तो नहीं सताती...
तू ज़िन्दगी का बन, ये ज़िन्दगी तेरी बन जाएगी,
इसका हर पल जिंदादिली से जीता जा,
ये ज़िन्दगी युहि कट जाएगी।
मत भाग इसके पीछे तू, न ज़िन्दगी को पीछे छोड़,
गर तू चलेगा साथ इसके, ये साथ तेरा निभाएगी।
तू ज़िन्दगी का बन, ये ज़िन्दगी तेरी बन जाएगी।
इसका हर पल जिंदादिली से जीता जा,
ये ज़िन्दगी युहि कट जाएगी।
मत भाग इसके पीछे तू, न ज़िन्दगी को पीछे छोड़,
गर तू चलेगा साथ इसके, ये साथ तेरा निभाएगी।
तू ज़िन्दगी का बन, ये ज़िन्दगी तेरी बन जाएगी।
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ज़िन्दगी
ऐ जिंदगी मुझे कहाँ ले आई तू !!
ऐ जिंदगी मुझे कहाँ ले आई तू,
मंजिलो की तलाश में भंवरा बन,
इस डगर उस गली मंदरायी तू
कभी गम के अँधेरे बनकर छायी तू ,
तो कभी ख़ुशी के आंसू बनकर,
आँखों से छलक आई तू
कभी हार से मात खायी तू ,
तो कभी जीत का विश्वास बनकर आई तू
कभी निराशाओं से डरकर घबरायी तू ,
तो कभी आशाओ के इन्द्रधनुष
बनकर निकल आई तू
ऐ जिंदगी मुझे कहाँ ले आई तू ,
मंजिलो की तलाश में भंवरा बन ,
इस डगर उस गली मंदरायी तू
मंजिलो की तलाश में भंवरा बन,
इस डगर उस गली मंदरायी तू
कभी गम के अँधेरे बनकर छायी तू ,
तो कभी ख़ुशी के आंसू बनकर,
आँखों से छलक आई तू
कभी हार से मात खायी तू ,
तो कभी जीत का विश्वास बनकर आई तू
कभी निराशाओं से डरकर घबरायी तू ,
तो कभी आशाओ के इन्द्रधनुष
बनकर निकल आई तू
ऐ जिंदगी मुझे कहाँ ले आई तू ,
मंजिलो की तलाश में भंवरा बन ,
इस डगर उस गली मंदरायी तू
कभी अपनी दुनिया से बाहर आकर तो देखिये,
कभी हमारी दुनिया अपनाकर तो देखिये,
खो जायेंगे इसकी शामो सहर में आप,
कभी हमारे साथ मुस्कुरा कर तो देखिये। :-)
Keep Smiling Always :-D
Happy New Year to All of You !!
कभी हमारी दुनिया अपनाकर तो देखिये,
खो जायेंगे इसकी शामो सहर में आप,
कभी हमारे साथ मुस्कुरा कर तो देखिये। :-)
Keep Smiling Always :-D
Happy New Year to All of You !!
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दूरियां
दिल को इस बात का आज एहसास हो रहा है,
कोई अपना सा लोगो की भीड़ में कहीं खो रहा है,
चाह कर भी नहीं रोक पा रही हूँ मैं उसे,
बस हर पल वो मुझसे दूर, बहुत दूर हो रहा है ...
आज ये रिश्तो की डोर मुझसे नहीं संभल रही है,
दूरियां अब डर बनकर क्यूँ दिल में पल रही है,
आलम ये है की बस उस डोर के टूटने का इंतज़ार हो रहा है,
दिल को इस बात का आज एहसास हो रहा है ...
माना की इसमें गलती कुछ हमारी, कुछ तुम्हारी होगी,
पर जो रिश्ता टूटेगा, वो तो दोस्ती हमारी होगी,
कुछ भी तो नहीं रह जायेगा फिर हमारे बीच,
जो कुछ रहेगा वो तो दूरियों की बड़ी खाई होगी ...
कहने को तो दूर हो जायेंगे तुमसे हम,
पर उन दूरियों में भी तुमको ही पाएंगे हम,
हाल तो कुछ ऐसा होगा हमारा कि,
भूल कर भी तुमको न भूल पाएंगे हम...
दिल को इस बात का आज एहसास हो रहा है ,
कोई अपना सा लोगो कि भीड़ में कहीं खो रहा है ,
चाह कर भी नहीं रोक पा रही हूँ मैं उसे और ...
न चाहते हुए भी कहीं न कहीं मेरा दिल रो रहा है।
कोई अपना सा लोगो की भीड़ में कहीं खो रहा है,
चाह कर भी नहीं रोक पा रही हूँ मैं उसे,
बस हर पल वो मुझसे दूर, बहुत दूर हो रहा है ...
आज ये रिश्तो की डोर मुझसे नहीं संभल रही है,
दूरियां अब डर बनकर क्यूँ दिल में पल रही है,
आलम ये है की बस उस डोर के टूटने का इंतज़ार हो रहा है,
दिल को इस बात का आज एहसास हो रहा है ...
माना की इसमें गलती कुछ हमारी, कुछ तुम्हारी होगी,
पर जो रिश्ता टूटेगा, वो तो दोस्ती हमारी होगी,
कुछ भी तो नहीं रह जायेगा फिर हमारे बीच,
जो कुछ रहेगा वो तो दूरियों की बड़ी खाई होगी ...
कहने को तो दूर हो जायेंगे तुमसे हम,
पर उन दूरियों में भी तुमको ही पाएंगे हम,
हाल तो कुछ ऐसा होगा हमारा कि,
भूल कर भी तुमको न भूल पाएंगे हम...
दिल को इस बात का आज एहसास हो रहा है ,
कोई अपना सा लोगो कि भीड़ में कहीं खो रहा है ,
चाह कर भी नहीं रोक पा रही हूँ मैं उसे और ...
न चाहते हुए भी कहीं न कहीं मेरा दिल रो रहा है।
दुनिया की इस भीड़ में खो जाने का मन करता है,
कौन हूँ में ये तक भूल जाने का मन करता है,
अपनी परछाई तक से दूर हो जाने का मन करता है,
एक कोने में खुद में सिमट जाने का मन करता है,
कभी कभी बस युही रो जाने का मन करता है,
दुनिया की इस भीड़ में बस खो जाने का मन करता है...
कौन हूँ में ये तक भूल जाने का मन करता है,
अपनी परछाई तक से दूर हो जाने का मन करता है,
एक कोने में खुद में सिमट जाने का मन करता है,
कभी कभी बस युही रो जाने का मन करता है,
दुनिया की इस भीड़ में बस खो जाने का मन करता है...
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